तू श्याम सहारा हारो का,
जग में किस्मत के मारो का,
तुझे पहचान लिया रे,
अपना तुझे मान लिया रे।।
तर्ज – तू पागल प्रेमी आवारा।
श्याम तेरी रहमत के,
किस्सों को सुनकर मैं आई,
तूने जाने कितनो की ये,
किस्मत है चमकाई,
खाली नहीं लौटे जिसने भी,
अर्जी तुम्हे लगाई,
तेरी चौखट पर होती है,
सबकी ही सुनवाई,
तु श्याम सहारा हारों का,
जग में किस्मत के मारो का,
तुझे पहचान लिया रे,
अपना तुझे मान लिया रे।।
जिसका कोई नहीं है साथी,
उसका तू है सहारा,
दौड़ा चला आया जिसने भी,
दिल से तुझे पुकारा,
तेरी लखदातारी का चर्चा,
करता जग सारा,
सारे जग में गूंज रहा,
तेरे नाम का ही जयकारा,
तु श्याम सहारा हारों का,
जग में किस्मत के मारो का,
तुझे पहचान लिया रे,
अपना तुझे मान लिया रे।।
तेरी प्रेम चुनरिया अब तो,
मैंने सांवरे ओढ़ी,
मैंने अपनी प्रीत की डोरी,
तेरे संग में जोड़ी,
तेरे भरोसे ‘भावना’ ने ये,
दुनिया दारी छोड़ी,
अपनी किरपा की बारिश,
‘शर्मा’ पर कर दे थोड़ी,
तु श्याम सहारा हारों का,
जग में किस्मत के मारो का,
तुझे पहचान लिया रे,
अपना तुझे मान लिया रे।।
तू श्याम सहारा हारो का,
जग में किस्मत के मारो का,
तुझे पहचान लिया रे,
अपना तुझे मान लिया रे।।
Singer – Bhavna Swaranjali