कोई आवे या ना आवे,
यो आड़े आसी जी,
तू टेर लगा ले सांवरिया ने,
दौड़यो आसी जी।।
तर्ज – अफसाना लिख रही हूँ।
सूझे ना जद रस्तो कोई,
होज्या मनड़ो अधीर,
घायल मन की बात यो सुणसी,
आय बंधासी धीर,
धीर बंधासी बाबो,
सिर पर हाथ फिरासी जी,
तू टेर लगाले साँवरिया ने,
दौड़यो आसी जी।।
रोवे जद आंखड़ल्या थारी,
टप टप टपके नीर,
एक एक आँसू ने पौंछे,
दूर भगावे पीर,
पौंछ आंसूड़ा थारा,
हिवड़े लिपटासी जी,
तू टेर लगाले साँवरिया ने,
दौड़यो आसी जी।।
सूरदास मीरा कर्मा सब,
कह गया संत फ़कीर,
लाज बचाई थी द्रोपदी की,
नानी बाई को बीर,
यो ‘चेतन’ करसी जीवन,
भव पार लगासी जी,
तू टेर लगाले साँवरिया ने,
दौड़यो आसी जी।।
कोई आवे या ना आवे,
यो आड़े आसी जी,
तू टेर लगा ले सांवरिया ने,
दौड़यो आसी जी।।
Singer & Writer – Chaitanya Dadhich