चाहे धूप हो या छाओं हो,
चाहे शहर हो या गाओं हो,
हो राह में कठिनाइयां,
हों हर तरफ तनहाइयाँ,
मंज़िल दिखे या ना दिखे,
शोहरत मिले या ना मिले,
मुश्किल भरे हर हाल में,
तुझे ढलना है,
तुझे चलना है,
तुझे चलना हैं।।
माना मुश्किल हालात हैं,
रोते हुए जज़्बात है,
एक दूसरे का गर साथ है,
तो जीत की क्या बात है,
हारेगा न तो हौसला,
तू तय करेगा फासला,
हाथों को थाम कर हाथ में,
सम्हलना है,
तुझे चलना हैं,
तुझे चलना हैं।।
चाहे धूप हो या छाओं हो,
चाहे शहर हो या गाओं हो,
हो राह में कठिनाइयां,
हों हर तरफ तनहाइयाँ,
मंज़िल दिखे या ना दिखे,
शोहरत मिले या ना मिले,
मुश्किल भरे हर हाल में,
तुझे ढलना है,
तुझे चलना है,
तुझे चलना हैं।।
Lyrics & Composition – Dr. Rajeev Jain
8136086301