तुझे हम ढूंढ रहे है कहाँ हो मुरली वाले,
तर्ज – थोड़ा सा प्यार हुआ है,
तुझे हम ढूंढ रहे हैं,
कहाँ हो मुरली वाले,
या तो अब सामने आ,
या हमे भी छुपाले,
तुझे हम ढूंढ रहे है,
कहाँ हो मुरली वाले।।
दर्द से अपना रिश्ता,
पुराना हो गया है,
तेरी चाहत ये दिल,
दीवाना हो गया है,
सुन जरा धड़कनो को,
हम है तेरे हवाले,
तुझे हम ढूंढ रहे हैं,
कहाँ हो मुरली वाले।।
सफर में जिंदगी के,
कुछ ऐसे मोड़ आये,
जिन्हें समझा था अपना,
वही निकले पराये,
इक तेरा है सहारा,
गले से मुझे लगाले,
तुझे हम ढूंढ रहे हैं,
कहाँ हो मुरली वाले।।
डोर साँसों की टूटे,
जमाना चाहे रूठे,
यही बस आरजू है,
तेरा दामन ना छुटे,
तड़पते है तेरे बिन,
पास अपने बुलाले,
तुझे हम ढूंढ रहे हैं,
कहाँ हो मुरली वाले।।
तुझे हम ढूंढ रहे है,
कहाँ हो मुरली वाले,
या तो अब सामने आ,
या हमे भी छुपाले,
तुझे हम ढूंढ रहे है,
कहाँ हो मुरली वाले।।
यह भजन बहुत ही मनभावन सुंदर है मन को इस भजन से शांति मिलती है