तुझको बुला रही है,
मईया री तेरी लाडली।।
तेरा दरबार लगाया,
हेरी आसान तेरा बिछाया,
समसान छोड़ कै आओ,
क्यूं ज्यादा टेम लगाया,
पेड़ा खिला रही है,
मईया री तेरी लाडली,
तुझको बुला रही हैं,
मईया री तेरी लाडली।।
पांडाल बीच में मईया,
एक पेसी तडफ रही है,
बुरा भगत का ना हो,
मेरी अखियां फड़क रही है,
चौकी लगा के बैठी है,
मईया री तेरी लाडली,
तुझको बुला रही हैं,
मईया री तेरी लाडली।।
संकट नै मईया मुझ को,
चारों तरफ से घेरा,
दरस दिखाओ मां काली,
भोग लगाओ तेरा,
कढ़ाई लगा रही है,
मईया री तेरी लाडली,
तुझको बुला रही हैं,
मईया री तेरी लाडली।।
पूनम गुरुजी के संग में,
हेरि राजकुमार भी आया,
ज्योत जगाई तेरी,
हेरी जागरण करवाया,
कब से रिझा रही है,
मईया री तेरी लाडली,
तुझको बुला रही हैं,
मईया री तेरी लाडली।।
तुझको बुला रही है,
मईया री तेरी लाडली।।
लेखक / गायक – राजकुमार किनाना जींद।
9728254989