तुम अगर बक्श देने का वादा करो,
मै सदा आपके गीत गाया करूँ।।
तर्ज – तुम अगर साथ देने का।
तुम अगर बक्श देने का वादा करो,
मै सदा आपके गीत गाया करूँ,
तुम हमेशा नज़र के रहो सामने,
मै सदा आपकी दीद पाता रहूँ।।
तुम चरणों का चाकर बना लो मुझे,
तुम गले से प्रभु गर लगा लो मुझे,
भुल जाऊँगा सारे ज़माने के ग़म,
उम्र भर फ़िर सदा मुस्कुराता रहूँ,
तुम अगर बख्श देने का वादा करो।।
मै द्वारे पे जीवन बीताउ तेरे,
हर घड़ी गीत प्यारे मै गाऊँ तेरे,
ख़त्म हो ना प्रभु कभी सिलसिला,
तुम बुलाते रहो और मै आता रहूँ,
तुम अगर बख्श देने का वादा करो।।
दील को आजाद कोई भी हसरत नही,
अब मुझे भी किसी से मौहब्बत नही,
मेरे होंठों पे हरदम तेरा नाम हो,
मै सदा तेरी ज्योती जगाता रहूँ,
तुम अगर बख्श देने का वादा करो।।
https://youtu.be/qMcR4RW20to