तुम बिन हमारी विपदा,
माँ कौन आके टारे,
नैया भंवर पड़ी है,
कर दो जरा किनारे।।
निर्धन को मिली माया,
गूँगे ने गीत गाये,
कोढ़ी की मिली काया,
अंधे ने नैन पाए,
मैं भी शरण मे तेरी,
हर कष्ट सब हमारे,
नैया भंवर पड़ी है,
कर दो जरा किनारे।।
तेरे द्वार से मां,
खाली न कोई जाए,
तू है बड़ी दयालु,
हर कोई गीत गाये,
मैं भी पड़ा माँ कब से,
मैया शरण तिहारे,
नैया भंवर पड़ी है,
कर दो जरा किनारे।।
ज्योति से तेरी जगमग,
ये चांद और तारे,
पल में मिटाये मां तू,
भक्तो के कष्ट सारे,
राजेन्द्र गीत गा गा,
तेरी आरती उतारे,
नैया भंवर पड़ी है,
कर दो जरा किनारे।।
तुम बिन हमारी विपदा,
माँ कौन आके टारे,
नैया भंवर पड़ी है,
कर दो जरा किनारे।।
गायक / प्रेषक – राजेन्द्र प्रसाद सोनी।
8839262340