तुम श्याम मेरे,
मैं हूँ तुम्हारा,
जीने को काफी है,
तेरा सहारा,
हार के ये दिल मेरा,
जब उदास होता है,
मेरा श्याम प्यारा,
मेरे पास होता है,
मेरा श्याम प्यारा,
मेरे पास होता है।।
तर्ज – तुम पास आए यूँ।
जबसे बना है,
तू हमसफ़र,
आसां हुई है,
हर एक डगर,
खो गयी राहें मेंरी,
रस्ता नया दिखला दिया,
गिरूं तो संभालेगा,
विश्वास होता है,
मेरा श्याम प्यारा,
मेरे पास होता है।।
सोचा यही था,
कुछ ना बचा,
पर खेल तूने,
ऐसा रचा,
ये कृपा तेरी प्रभु,
मैं हारता भी जीत गया,
सदा साथ होने का,
एहसास होता है,
मेरा श्याम प्यारा,
मेरे पास होता है।।
चलता रहा है,
ये सिलसिला,
दर से तेरे ही,
सब कुछ मिला,
और क्या मांगे ‘सचिन’,
तुमको तुम्ही से मांग लिया,
तन मन में तेरा ही,
एक वास होता है,
मेरा श्याम प्यारा,
मेरे पास होता है।।
तुम श्याम मेरे,
मैं हूँ तुम्हारा,
जीने को काफी है,
तेरा सहारा,
हार के ये दिल मेरा,
जब उदास होता है,
मेरा श्याम प्यारा,
मेरे पास होता है,
मेरा श्याम प्यारा,
मेरे पास होता है।।
Singer – Upasana Mehta