तुम्हारी याद में शिव जी,
मैं पूजा करने आया हूँ,
ये गंगा जल हरिद्वारी,
चढ़ाने शिव को लाया हूँ।।
ये चंदन लीजिए स्वामी,
ये अक्षत लीजिए शंकर,
राम का नाम लिख लिख कर,
बेलपत्री भी लाया हूँ,
तुम्हारी याद मे शिवजी,
मैं पूजा करने आया हूँ।।
धतूरा भी मैं लाया हूँ,
पुष्प माला गले पहनो,
थाल दीपक सज़ा करके,
धूप देने को आया हूं,
तुम्हारी याद मे शिवजी,
मैं पूजा करने आया हूँ।।
ये विजया घोट कर लाया,
इसे धारण करो भोले,
ये दाता ज्ञान की बूटी,
चढ़ाने शिव को लाया हुं,
तुम्हारी याद मे शिवजी,
मैं पूजा करने आया हूँ।।
दुखों का भार है सर पे,
जो तारोगे तो क्या होगा,
अगम भव सिंधु से नैया,
उबारेोगे तो क्या होगा,
तुम्हारी याद मे शिवजी,
मैं पूजा करने आया हूँ।।
किनारा दिखता नाही,
न बुधबल्ली पहुंचती है,
मन मल्लाह मतवाला,
निहारोगे तो क्या होगा,
तुम्हारी याद मे शिवजी,
मैं पूजा करने आया हूँ।।
सभी का आसरा तजकर,
पुकारा आपको शंकर,
आ रहा हूं न घबराओ,
पुकारोगे तो क्या होगा,
तुम्हारी याद मे शिवजी,
मैं पूजा करने आया हूँ।।
यही इच्छा है शंकर जी,
की भक्ति आप में होवे,
यही प्रसाद काफ़ी है,
ये विनती करने आया हूँ,
तुम्हारी याद मे शिवजी,
मैं पूजा करने आया हूँ।।
तुम्हारी याद में शिव जी,
मैं पूजा करने आया हूँ,
ये गंगा जल हरिद्वारी,
चढ़ाने शिव को लाया हूँ।।
ॐ नमः शिवाय,
ॐ नमः शिवाय,
ॐ नमः शिवाय,
ॐ नमः शिवाय।।
स्वर – पण्डित श्री गोपालकृष्ण मिश्रा।
प्रेषक – श्री ह्रदेश्वर धाम।
941913887