तुमसे मिलने को दिल करता है,
ओ बाबा तुमसे,
मिलने को दिल करता है,
खाटू को आने को दिल करता है,
खाटू को आने को दिल करता है,
तुमसें मिलने को दिल करता है,
ओ बाबा तुमसे,
मिलने को दिल करता है।।
तर्ज – तुमसे मिलने को दिल करता है।
श्याम प्रेमी के करते,
हो पुरे हर काम,
दुनिया कहती है,
हारे का सहारा बाबा श्याम,
यूँ ही बजता रहे,
डंका कलयुग में श्याम,
तेरे चरणों में जीवन बिताना है,
तुमसें मिलने को दिल करता है,
ओ बाबा तुमसे,
मिलने को दिल करता है।।
यूँ ही दरबार तेरे,
मैं आती रहूँ,
मीठे भजनों से,
तुझको रिझाती रहूँ,
तू सुनता रहे मैं सुनाती रहूँ,
तेरे कीर्तन में दिल लगता है,
तुमसें मिलने को दिल करता है,
ओ बाबा तुमसे,
मिलने को दिल करता है।।
जबसे तुमसे शुरू,
ये कहानी हुई,
लोग कहते है,
‘नीलम’ दीवानी हुई,
हो ना जाओ कही,
तुम मुझसे जुदा,
ऐसी बातो से दिल डरता है,
तुमसें मिलने को दिल करता है,
ओ बाबा तुमसे,
मिलने को दिल करता है।।
तुमसे मिलने को दिल करता है,
ओ बाबा तुमसे,
मिलने को दिल करता है,
खाटू को आने को दिल करता है,
खाटू को आने को दिल करता है,
तुमसें मिलने को दिल करता है,
ओ बाबा तुमसे,
मिलने को दिल करता है।।
Singer – Neelam Badoliya