तूने दर पे बुला लिया,
ये कदरदानी है,
तूने अपना बना लिया,
मेहरबानी है,
तुने दर पे बुला लिया,
ये कदरदानी है।।
तर्ज – तेरी गलियों का हूँ आशिक।
मैं तो काबिल नहीं था फिर भी,
तेरा प्यार मिला,
मेरा सौभाग्य है बाबा,
तेरा दरबार मिला,
तूने खुशियों से ही भर दी,
ये जिंदगानी है,
तुने दर पे बुला लिया,
ये कदरदानी है।।
मेरे सत्कर्मो का फल है की,
तेरी प्रीत मिली,
कदम कदम पे मुझे बाबा,
सिर्फ जीत मिली,
तुझसे पहचान मेरी है,
हर कहानी है,
तुने दर पे बुला लिया,
ये कदरदानी है।।
तुझे जो पाया है मैंने,
तेरा शुकराना करूँ,
मेरे जो साथ है तू तो,
मैं किसी से ना डरूं,
अब तो हर आग भी लगती,
मुझको पानी है,
तुने दर पे बुला लिया,
ये कदरदानी है।।
मेरी विनती है प्रेम यूँ ही,
लुटाते रहना,
भूल होगी जो भी मुझसे,
वो भुलाते रहना,
तेरी सेवा में ही मगन,
तेरा ‘चोखानी’ है,
तुने दर पे बुला लिया,
ये कदरदानी है।।
तूने दर पे बुला लिया,
ये कदरदानी है,
तूने अपना बना लिया,
मेहरबानी है,
तुने दर पे बुला लिया,
ये कदरदानी है।।
Singer – Aditi Parashar
Lyricist – Shri Pramod Chokhani Ji