तूने दिया जो प्यार,
कही और ना मिला,
चलता रहे बस सांवरे,
यूँ ही ये सिलसिला,
तुने दिया जो प्यार,
कही और ना मिला।।
तर्ज – लग जा गले।
हमको मिले हो सांवरे,
तुम तो नसीब से,
मेरे दुःखो को देखा है,
तुमने करीब से,
छाई घटायें पर मेरा,
सूरज नही ढला,
चलता रहे बस सांवरे,
यूँ ही ये सिलसिला,
तुने दिया जो प्यार,
कही और ना मिला।।
अपनों में ढूंढा था तुझे,
गैरो में तू मिला,
आई बहारे पर मुझे,
पतझड में मुझे तुम मिला,
हारे को क्यों थामते,
अब ये पता चला,
चलता रहे बस सांवरे,
यूँ ही ये सिलसिला,
तुने दिया जो प्यार,
कही और ना मिला।।
डूबी है कश्तियाँ कई,
जो थी किनारों पे,
मझधार से निकल गया,
तेरे इशारो से,
इस ‘श्याम’ का किया प्रभु,
बस तूने ही भला,
चलता रहे बस सांवरे,
यूँ ही ये सिलसिला,
तुने दिया जो प्यार,
कही और ना मिला।।
तूने दिया जो प्यार,
कही और ना मिला,
चलता रहे बस सांवरे,
यूँ ही ये सिलसिला,
तुने दिया जो प्यार,
कही और ना मिला।।
स्वर – गिन्नी कौर।