तूने इतना जो मुझको दिया,
मेरे बाबा तेरा शुक्रिया,
तुने इतना जो मुझको दिया,
खाटु वाले तेरा शुक्रिया।।
तर्ज – जिंदगी की ना टूटे।
तू ना होता अगर साँवरे,
हार जाता मैं कबका प्रभु,
कहती दुनिया सही साँवरे,
हारे का तू सहारा प्रभु,
करती तारीफ़ सारी दुनिया,
तूने ईतना जो मुझको दिया,
खाटु वाले तेरा शुक्रिया।।
तेरे दरबार में ही मिले,
मुझे इतना सुकून साँवरे,
मुझे इतना तो काबिल बना,
कर सकूँ मैं शुक्र सांवरे,
तेरे चरणों में सर रख दिया,
मेरे बाबा तेरा शुक्रिया,
तूने ईतना जो मुझको दिया,
खाटु वाले तेरा शुक्रिया।।
आँखे तुमने ही दी साँवरे,
उन आँखों से तू ना दिखे,
वो कोई खास आँखे ही है,
श्याम बाबा तू जिनको दिखे,
पर मुझे देख तू सांवरिया,
मेरे बाबा तेरा शुक्रिया,
तूने ईतना जो मुझको दिया,
खाटु वाले तेरा शुक्रिया।।
तूने इतना जो मुझको दिया,
मेरे बाबा तेरा शुक्रिया,
तूने ईतना जो मुझको दिया,
मुरली वाले तेरा शुक्रिया,
खाटु वाले तेरा शुक्रिया।।