तूने लाखो की बिगड़ी संवारी प्रभु,
दोहा – सभी पे तेरी दया का,
नूर बरस रहा है,
फिर क्योँ दयालु,
ये दास तरस रहा है,
देखकर दशा मुझ दीन की,
ना किनारा कीजिए,
मेरी भी होगी सुनाई,
इतना तो इशारा कीजिए।
तूने लाखो की बिगड़ी संवारी प्रभु,
कब आएगी बता दो मेरी बारी प्रभु,
मेरी बारी प्रभु इक बारी प्रभु,
कब आएगी बता दो मेरी बारी प्रभु,
कब आएगी बता दो मेरी बारी प्रभु।।
सब्र करने की बाबा इंतेहा हो गई,
धीर धरने की अब मुझमे शक्ति नहीं,
मेरी ओर जरा देखो इक बारी प्रभु,
कब आएगी बता दो मेरी बारी प्रभु,
कब आएगी बता दो मेरी बारी प्रभु।।
तेरी रहमत अगर हो जाएगी,
सुखी डाली हरी हो जाएगी,
अब खिला दो मेरी भी फुलवारी प्रभु,
कब आएगी बता दो मेरी बारी प्रभु,
कब आएगी बता दो मेरी बारी प्रभु।।
अपना सुख दुःख तुझी को सुनाया है,
तेरे आगे ही हाथों को फैलाया है,
मेरी तुमसे ही है रिश्तेदारी प्रभु,
कब आएगी बता दो मेरी बारी प्रभु,
कब आएगी बता दो मेरी बारी प्रभु।।
‘माधव’ खाली जो चौखट से जाऊँगा,
कैसे मुँह मैं जहान को दिखाऊंगा,
तेरे कंधों पे सारी जिम्मेदारी प्रभु,
कब आएगी बता दो मेरी बारी प्रभु,
कब आएगी बता दो मेरी बारी प्रभु।।
तूने लाखों की बिगड़ी संवारी प्रभु,
कब आएगी बता दो मेरी बारी प्रभु,
मेरी बारी प्रभु इक बारी प्रभु,
कब आएगी बता दो मेरी बारी प्रभु,
कब आएगी बता दो मेरी बारी प्रभु।।
Singer – Reshmi Sharma