तूने ओ बाबोसा कैसा जादू किया,
तुझ बिन लागे नही मेरा जिया,
दर पे बुलाके जो प्यार दिया,
तेरा शुक्रिया,
तूने ओ बाबोसा कैसा जादु किया,
तुझ बिन लागे नही मेरा जिया।।
तर्ज – तूने ओ रंगीले कैसा।
अपना बनाके चरणों में बिठाके,
मेरी तो बदल डाली दुनिया,
हम है तुम्हारे तुम हो हमारे,
तूने ही दी मुझे खुशिया,
सोचा न कभी तूने वो दे दिया,
तेरा शुक्रिया,
तूने ओ बाबोसा कैसा जादु किया,
तुझ बिन लागे नही मेरा जिया।।
मेरा ये तन मन दिलबर ये जीवन,
अब तेरे ही हवाले,
प्राची ये बंधन तुमसे है बांधा,
श्री बाबोसा चुरू वाले,
भक्तो का जीवन संवार दिया,
तेरा शुक्रिया,
तूने ओ बाबोसा कैसा जादु किया,
तुझ बिन लागे नही मेरा जिया।।
तूने ओ बाबोसा कैसा जादू किया,
तुझ बिन लागे नही मेरा जिया,
दर पे बुलाके जो प्यार दिया,
तेरा शुक्रिया,
तूने ओ बाबोसा कैसा जादु किया,
तुझ बिन लागे नही मेरा जिया।।
स्वर – प्राची जैन मुम्बई।
रचनाकार – दिलीप सिंह सिसोदिया दिलबर।
नागदा जक्शन म.प्र. 9907023365