टूट न जाये कही,
सांसों की माला,
इसको संभालना रे,
चूरू के राजा अपनी,
कृपा नजरिया,
भक्तो पे डालना रे,
बाबोसा ओ मेरे बाबोसा,
बाबोसा ओ मेरे बाबोसा।।
अनमोल मोती ये,
बिखर न जाये,
एक बार टूटे फिर,
हाथ न आये,
प्रेम के मोती प्रीत की डोरी,
कभी भी ना तोड़ना रे,
बाबोसा ओ मेरे बाबोसा,
बाबोसा ओ मेरे बाबोसा।।
धन दौलत ये,
माल खजाना,
झूठा है बाबा,
सारा जमाना,
छोड़ के आया रिस्ते नाते,
बंधन ये जोड़ना रे,
बाबोसा ओ मेरे बाबोसा,
बाबोसा ओ मेरे बाबोसा।।
दिल में बसालु,
तुझे ओ ‘दिलबर’,
तेरे दर का बनु में चाकर,
जब भी जन्म लू मिले साथ तेरा,
संग ना छोड़ना रे,
बाबोसा ओ मेरे बाबोसा,
बाबोसा ओ मेरे बाबोसा।।
टूट न जाये कही,
सांसों की माला,
इसको संभालना रे,
चूरू के राजा अपनी,
कृपा नजरिया,
भक्तो पे डालना रे,
बाबोसा ओ मेरे बाबोसा,
बाबोसा ओ मेरे बाबोसा।।
गायक – पी . गणेश ( प्ले बेक सिंगर )
लेखक / प्रेषक – दिलीप सिंह सिसोदिया ‘दिलबर’।
9907023365