उत्सव बालाजी का आया,
सब मनावां मिलके,
प्यारी राम नाम धुन गावां,
सब गावां मिलके,
मनावा मिलके,
सब मिल जुल के,
सियाराम जय जय सिया राम,
सियाराम जय रामा जय जय राम।।
रात दिना वाको ध्यान लगावां,
सियाराम की धुन सब गावां,
ढोलक झांझ मंजीरे बजावां,
हिल मिल के,
उत्सव बाला जी का आया,
सब मनावां मिलके।।
जब उत्सव बाबा का आता,
भक्तों का मन खुश हो जाता,
मन्दिर में भर जाता मेला,
ठस ठस के,
उत्सव बाला जी का आया,
सब मनावां मिलके।।
सिद्ध मन्दिर झांकी वाले का,
सियाराम के भक्त निराले का,
‘श्याम’ यहां से भक्त है जाते,
झोली भर के,
उत्सव बाला जी का आया,
सब मनावां मिलके।।
उत्सव बालाजी का आया,
सब मनावां मिलके,
प्यारी राम नाम धुन गावां,
सब गावां मिलके,
मनावा मिलके,
सब मिल जुल के,
सियाराम जय जय सिया राम,
सियाराम जय रामा जय जय राम।।
स्वर / रचना – घनश्याम मिढ़ा भिवानी।
मोबाईल – 9034121523