वर दे लक्ष्मी मैया वर दे,
हमें खुशहाली का वर दे,
यह आशा पूर्ण कर दे,
सुख समृद्धि वैभव से,
घर आंगन मेरा भर दे।।
जहां तेरी दृष्टि पड़ जाए,
जंगल में मंगल हो जाए,
जो एक इशारा कर दो मां,
मंगल ही मंगल हो जाए,
जिस पर कृपा हो तेरी,
उसे रंग से राजा कर दे।।
तुम बिन कोई काम ना हो पाए,
ऐशो-आराम ना हो पाए,
कोई मंगल काज ना हो सकता,
तीर्थ और धाम ना हो पाए,
दुख दरिद्र पास ना आए,
मैया तेरे डर से।।
मैं भी तर जाऊंगा मैया,
जो ऐसा कहीं हो जाए मां,
घर आंगन छोड़ के मेरा,
तू कभी कहीं ना जाए मां,
“राजू” की यह विनय मैया,
“उत्तम” भंडारे भर दे।।
वर दे लक्ष्मी मैया वर दे,
हमें खुशहाली का वर दे,
यह आशा पूर्ण कर दे,
सुख समृद्धि वैभव से,
घर आंगन मेरा भर दे।।
गायक व लेखक – राजू उत्तम।
9872573004
म्यूजिक – सौरव कोली।