तन में मन में रोम रोम में रहते है श्री राम जी भजन लिरिक्स
तन में मन में रोम रोम में, दोहा – पवन तनय संकट हरण, मंगल मूरत रूप, राम लखन सीता सहित, ह्रदय बसहुँ सुर भूप। तन में मन में रोम रोम में, रहते है श्री राम जी, राम जी, वाह रे वाह हनुमान जी, वाह रे वाह हनुमान जी।। श्री रघुवीर के नाम आगे, त्याग दिए … Continue reading तन में मन में रोम रोम में रहते है श्री राम जी भजन लिरिक्स
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