यहाँ वहाँ सारे जहाँ में तेरा राज है,
खाटू वाले श्याम तेरी जय जयकार,
तेरे ही तो सर पे इस कलयुग का भार है,
खाटू वाले श्याम तेरी जय जयकार,
खाटू वाले श्याम तेरी जय जयकार।।
तर्ज – यहाँ वहाँ सारे जहाँ में तेरा राज है।
लीला तेरी तू ही जाने,
भेद तेरा कोई ना जाने,
इक इशारे पे नाचे तेरे सब जगवाले,
डोर सारे भक्तों की तेरे ही हाथ है,
डोर सारे भक्तों की तेरे ही हाथ है,
खाटू वाले श्याम तेरी जय जयकार,
खाटू वाले श्याम तेरी जय जयकार।।
बेसहारों का सहारा,
डूबते का तू किनारा,
अर्पण कर दिया जीवन मैने तुमको सारा,
निर्धन के धन है श्याम दीनो के नाथ है,
निर्धन के धन है श्याम दीनो के नाथ है,
खाटू वाले श्याम तेरी जय जयकार,
खाटू वाले श्याम तेरी जय जयकार।।
तेरा नही कोई सानी,
तुमसे बड़ा कोई ना दानी,
तेरी महिमा हाँ हाँ गाएँ ऋषि मुनि ज्ञानी,
सेवक अमन तेरे चरणों का दास है,
सेवक अमन तेरे चरणों का दास है,
खाटू वाले श्याम तेरी जय जयकार,
खाटू वाले श्याम तेरी जय जयकार।।
यहाँ वहाँ सारे जहाँ में तेरा राज है,
खाटू वाले श्याम तेरी जय जयकार,
तेरे ही तो सर पे इस कलयुग का भार है,
खाटू वाले श्याम तेरी जय जयकार,
खाटू वाले श्याम तेरी जय जयकार।।
गायक – मुकेश बागड़ा जी।