श्याम दरबार में आज जाए,
माला दीपों की आज सजाए,
अपने बाबा को ध्याऐंगे हरदम,
बोले मन की तरंग,
ये दिवाली श्याम संग,
बोले मन की तरंग,
यें दिवाली श्याम संग।।
तर्ज – कभी ख़ुशी कभी गम।
बाबा के चरणों में दिए हम जलाएं,
मन के अँधेरे को दूर भगाए,
इन लबो पे तेरा बस तेरा नाम हो,
जब तक हो अपने सांसो में ये दम,
बोले मन की तरंग,
यें दिवाली श्याम संग।।
दीपावली में कहे दिल ये मेरा,
छूटे कभी ना मुझसे श्याम संग तेरा,
ना भुलाना हमें ओ मेरे सांवरे,
अपनी भक्ति ओ बाबा ना हो कम,
Bhajan Diary,
बोले मन की तरंग,
यें दिवाली श्याम संग।।
श्याम दरबार में आज जाए,
माला दीपों की आज सजाए,
अपने बाबा को ध्याऐंगे हरदम,
बोले मन की तरंग,
ये दिवाली श्याम संग,
बोले मन की तरंग,
यें दिवाली श्याम संग।।
Singer – Deepak Ram & Tara Devi