ये सांसे ये धड़कन,
मेरे श्याम की हुई,
मेरे श्याम की हुई।।
तर्ज – ये दुनिया ये महफ़िल।
मिलने को बाबा श्याम जिया बेकरार है,
जीना तुम्हारे बिन तो मुझे ना गवार है,
मैं लाख चाहूँ दाता तुझे भूलता नहीं,
प्यासी निगाहों को तेरा इन्तजार है,
ये साँसे ये धड़कन,
मेरे श्याम की हुई,
मेरे श्याम की हुई।।
जबसे नजर मिली ना खबर आप की मिली,
मुझको सजा ये कैसी तेरे प्यार की मिली,
विरहा में तेरे मेरा जियरा बड़ा उदास,
मुझको तो बस ललक तेरे दीदार की लगी,
ये साँसे ये धड़कन,
मेरे श्याम की हुई,
मेरे श्याम की हुई।।
ऐसे सताओ ना दर्शन दिखाओ तो सही,
आखिर तुम्हारा हूँ मुझको रुलाओ तो नही,
मैं तरसु तेरे प्यार को ठोकर मारूँ संसार को,
सब झूठे रिश्ते छोड़ के मैं ध्याऊ कृष्ण मुरार को,
ये साँसे ये धड़कन,
मेरे श्याम की हुई,
मेरे श्याम की हुई।।
तेरी जुदाई में आंसू बहाता हूँ सदा,
तुझको मनाता हूँ तुझको बुलाता हूँ सदा,
अब सारे बंधन तोड़ के मैं सारी रस्मे तोड़ के,
ये ‘हर्ष’ शरण में आ गया दुनिया से नाता तोड़ के,
ये साँसे ये धड़कन,
मेरे श्याम की हुई,
मेरे श्याम की हुई।।
ये सांसे ये धड़कन,
मेरे श्याम की हुई,
मेरे श्याम की हुई।।
Singer – Raju Raj