युग युग से प्यासे है नैना,
दर्शन दो बनवारी,
हे गोविन्द मुरारी,
हे गोविन्द मुरारी।bd।
अब युग युग की प्यास बुझा दे,
दोनों कुल की लाज बचा दे,
तू गोकुल का ग्वाला कान्हा,
आजा कुञ्ज बिहारी,
हे गोविन्द मुरारी,
हे गोविन्द मुरारी।bd।
नैया मेरी बिच भवर में,
पार उतर जाऊं तेरे दरश में,
तू तो नन्द दुलारा कृष्णा,
हर लो विपदा भारी,
Bhajan Diary Lyrics,
हे गोविन्द मुरारी,
हे गोविन्द मुरारी।bd।
युग युग से प्यासे है नैना,
दर्शन दो बनवारी,
हे गोविन्द मुरारी,
हे गोविन्द मुरारी।bd।
गायक – पं सुनील पाठक।